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सस्ती व्यावसायिक विचार: विश्व में कई लोग हैं जो आज सफल हैं। उनकी गाथा हमें सिखाती है कि अगर हम चाहे तो कुछ भी हासिल कर सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी सुनाने जा रहे हैं।
जिसने पहले अपने पैरों पर खड़ा होना सीखा। फिर उसने अपनी कंपनी स्थापित की। आज वह लड़की अपनी कंपनी के जरिए अन्य लोगों को भी आत्मनिर्भर बनने में सहायता कर रही है। आइए जानते हैं कि वह लड़की कौन है।
अगर हम उस लड़की का जिक्र करें तो उसका नाम सहेली चटर्जी है। सहेली आंध्र की निवासी हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा ग्रेजुएशन तक पूरी की है। इसके साथ ही वो कोलकाता की निवासी हैं। यहाँ पर उनका संपूर्ण बिजनेस स्थापित है।
सहेली ने केवल 18 वर्ष की आयु में काम करने की शुरुआत की थी। इसी कारण आज वो सफलता के नए शिखर पर हैं। क्योंकि उनकी शुरुआत बहुत ही चुनौतीपूर्ण समय से हुई थी। जिससे उन्होंने हर दिन नई चीजें सीखी।
इसी तरह से की शुरुआत
सहेली ने अपने कॉलेज के स्नातक होने के उपरांत पहले कंटेंट लिखने का कार्य (सस्ता व्यापार विचार) प्रारंभ किया। इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे अपने आप को मार्केटिंग की दिशा में आगे बढ़ाना शुरू किया। इसी प्रकार, आज के समय में वह डिजिटल क्षेत्र में मार्केटिंग की विशेषज्ञ बन चुकी हैं। आज वह खुद को ‘आपकी मार्केटिंग गर्ल’ के नाम से बुलाती हैं।
इसके बाद उन्होंने एक कंपनी की नींव रखी जिसका नाम है एम्बिफेम। यह कंपनी उन व्यक्तियों को सेवाएं प्रदान करती है जो वर्तमान में डिजिटल रूप से अपने नाम या सेवाओं का प्रचार करना चाहते हैं। इसके अतिरिक्त, वे 101 एकेडमी का भी संचालन करती हैं, जहां ऐसे युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है जो डिजिटल क्षेत्र में कदम रखना चाहते हैं।
पहला प्रोजेक्ट 110 रुपए में मिला था।
अगर हम सहेली के सफर पर चर्चा करें तो जब उन्होंने यह कार्य आरंभ किया था, तो उन्हें पहला प्रोजेक्ट 110 रुपए का मिला था। जो कि कुछ भी नहीं था। लेकिन वे निरंतर मेहनत करती रहीं। क्योंकि उन्हें विश्वास था कि एक दिन उन्हें अपनी मेहनत का फल जरूर मिलेगा।
जिसके बाद जैसे-जैसे उनकी कंपनी लोगों की सहायता करती गई, उसकी एक पहचान बनने लगी। आज उनकी कंपनी के सहयोग से उनका करोड़ों रुपए का टर्नओवर है। इसके साथ ही कई लोग इसमें काम कर रहे हैं, जिससे आज समाज में उनकी अलग पहचान स्थापित हो चुकी है।
युवाओं को भी दिखाती हैं उचित मार्ग
आज सहेली अकेली नहीं बल्कि सफल हुई हैं। वे चाहती हैं कि आज की पीढ़ी भी उनकी तरह सफल हो। इसी कारण उन्होंने 101 एकेडमी की स्थापना की है। इसमें वे युवाओं को वो सभी तकनीकें सिखाती हैं जिनसे वे सफल हो सकें।
इसके लिए वह ऑनलाइन क्लासेज करती हैं, युवाओं को प्रोत्साहित करती हैं, और व्यक्तिगत रूप से भी मार्गदर्शन देती हैं। ताकि युवा चीजों को समझ सकें और उन पर काम कर सकें। अब तक उन्होंने अपने इन सबसे सस्ते बिजनेस आइडिया से हजारों युवाओं को इस प्रकार की ट्रेनिंग प्रदान कर दी है।